आपका रक्त तरल और ठोस पदार्थों से बना होता है। तरल हिस्से को प्लाज्मा कहते हैं जो पानी, नमक और प्रोटीन का मिश्रण होता है। आपके शरीर का आधे से ज्यादा भाग प्लाज्मा होता है। आपके रक्त के ठोस हिस्से में लाल रक्त कणिकाएं, श्वेत रक्त कणिकाएं और प्लेटलेट्स होते हैं।
लाल रक्त कणिकाएं (आरबीसी) आपके फेफड़ों से ऑक्सीजन आपके ऊतकों और अंगों में ले जाती हैं। श्वेत रक्त कणिकाएं (डब्ल्यूबीसी) संक्रमण से लड़ती हैं और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा होती हैं। कटने या घाव लगने पर प्लेटलेट्स रक्त को थक्के के रूप में जमाने में सहायता करते हैं। अस्थि मज्जा, आपके हड्डियों के अंदर का स्पंजी हिस्सा होता है जो नयी रक्त कणिकाएं बनाता है। रक्त कणिकाएं निरंतर नष्ट होती हैं और आपका शरीर नयी रक्त कणिकाएं बनाता है। लाल रक्त कणिकाएं लगभग 120 दिन तक जीवित रहती हैं, और प्लेटलेट्स लगभग 6 दिनों तक जीवित रहते हैं। कुछ श्वेत रक्त कणिकाएं एक दिन से भी कम समय तक जीवित रहती हैं, लेकिन अन्य इससे कहीं ज्यादा जीवित रहती हैं।
रक्त के चार प्रकार हैं: ए, बी, एबी, या ओ। साथ ही, रक्त Rh-सकारात्मक या Rh-नकारात्मक होता है। तो यदि आपके रक्त का प्रकार ए है तो यह ए सकारात्मक या ए नकारात्मक होता है। यदि आपको रक्त आधानकी जरुरत है तो आपके लिए अपना रक्त का प्रकार जानना महत्वपूर्ण होता है। और यदि आप गर्भवती हैं तो आपका Rh कारक महत्वपूर्ण हो सकता है - आपके और आपके बच्चे के प्रकार में असंगतताकी वजह से समस्या उत्पन्न हो सकती है।
रक्त गणना परीक्षण जैसे रक्त जांच चिकित्सकों को कुछ बीमारियों और स्थितियों की जांच करने में सहायता करते हैं। ये आपके अंगों के कार्य का परीक्षण करने में भी सहायक होता है और दिखाता है कि आपका उपचार कितनी अच्छी तरह से काम कर रहा है।आपके रक्त से संबंधित समस्याओंमें रक्त विकार,अत्यधिक थक्के बननाऔर प्लेटलेट विकारशामिल हो सकते हैं। यदि आपका रक्त बहुत ज्यादा निकल जाता है तो आपको रक्त आधान की जरुरत पड़ सकती है।
एनआईएच: राष्ट्रीय हृदय, फेफड़ा और रक्त संस्थान