लोगों की तरह पंक्षियों को भी फ्लू हो सकता है। बर्ड फ्लू का वायरस मुर्गियों, अन्य पोल्ट्री, और बत्तखों जैसे जंगली पक्षियों सहित लगभग सभी पंक्षियों को संक्रमित करता है। ज्यादातर बर्ड फ्लू वायरस केवल दूसरे पंक्षियों को ही संक्रमित कर सकते हैं। हालाँकि, बर्ड फ्लू से लोगों के स्वास्थ्य को भी जोखिम हो सकता है। बर्ड फ्लू का पहला मामला 1997 में हांगकांग में दिखाई दिया था जब बर्ड वायरस H5N1 ने एक व्यक्ति को संक्रमित किया था। इसके बाद से, एशिया, अफ्रीका, मध्य पूर्व, और यूरोप के पंक्षियों में यह बर्ड फ्लू वायरस फैल गया है।
मानव संक्रमण अभी भी काफी कम है, लेकिन पंक्षियों में संक्रमण उत्पन्न करने वाला वायरस मनुष्यों को आसानी से प्रभावित करने के लिए परिवर्तित, या रूपांतरित हो सकता है। इसकी वजह से महामारी फैलकर दुनिया भर को प्रभावित कर सकती है।
बर्ड फ्लू की महामारी के दौरान, जो लोग संक्रमित पंक्षियों के संपर्क में आते हैं वो बीमार हो सकते हैं। अच्छे से ना पकाये गए पोल्ट्री या अंडे खाने से या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी यह हो सकता है। बर्ड फ्लू लोगों को बहुत बीमार कर सकता है या इसकी वजह से मृत्यु भी हो सकती है। एंटीवायरल दवाएं बीमारी कम कर सकती हैं, या इस फ्लू के संपर्क में आने वाले लोगों की इससे बचने में सहायता कर सकती हैं। वर्तमान में, इसका कोई वैक्सीन नहीं है।