मधुमेह संबंधी न्यूरोपैथी एक प्रकार की तंत्रिका क्षति है जो मधुमेह वाले लोगों को हो सकती है। विभिन्न प्रकार की तंत्रिका क्षति विभिन्न लक्षण पैदा कर सकती है। इन लक्षणों से आपके पैरों में दर्द व सुन्न होने से लेकर आपके शरीर के आंतरिक अंगो जैसे ह्रदय और मूत्राशय में समस्या तक हो सकती है।
मधुमेह संबंधी न्यूरोपैथी मधुमेह के कारण होने वाली तंत्रिका क्षति है। लंबे समय तक, मधुमेह के कारण रक्त में ग्लूकोज तथा ट्राइग्लिसराइड्स जैसे वसा के उच्च स्तर आपकी तंत्रिकाओं को क्षति पहुंचा सकते हैं। इसके लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि आपको किस प्रकार की मधुमेह संबंधी न्यूरोपैथी है।
परिधीय न्यूरोपैथी एक प्रकार की तंत्रिका क्षति है जो आम तौर पर हाथों, बाहों और zपैरों को प्रभावित करती है। इस प्रकार की न्यूरोपैथी बहुत सामान्य है। मधुमेह वाले लगभग एक तिहाई से लेकर आधे लोग परिधीय न्यूरोपैथी से पीड़ित हैं।
ऑटोनोमिक न्यूरोपैथी उन तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचाती है जो आपके आंतरिक अंगों को नियंत्रित करती हैं, जिससे आपकी हृदय गति, रक्तचाप, पाचन तंत्र, मूत्राशय, जननांगो, पसीना ग्रंथियां और आंखों में समस्याएं आ सकती हैं। यह तंत्रिका क्षति रक्त ग्लूकोज में अचानक कमी कर सकती है।
फोकल न्यूरोपैथी ऐसी स्थितियां हैं जिसमें आम तौर पर आपके हाथ, सिर व पैर की केवल एक तंत्रिका को नुकसान होता है। फोकल न्यूरोपैथी का सबसे सामान्य प्रकार एंटरपमेंट सिंड्रोम है जैसे की कार्पल टनेल सिंड्रोम। जिसमें हाथ, पैर या शरीर में झनझनाहट या सुन्न होना शामिल है। अन्य प्रकार के फोकल न्यूरोपैथी बहुत कम सामान्य हैं।
प्रॉक्सिमल न्यूरोपैथी आपके कूल्हे, नितंब, या जांघ में तंत्रिका क्षति का एक दुर्लभ प्रकार है। यह नुकसान आम तौर पर आपके शरीर के एक तरफ के हिस्से को प्रभावित करता है और शायद ही कभी दूसरी तरफ फैल सकता है। इससे उत्पन्न लक्षणों में महीनों या वर्षों में धीरे-धीरे सुधार आता है।