गर्भस्थ शिशु की अचानक से मृत्यु हो जाने को गर्भपात कहा जाता है। यह एक कड़वा सच है जिससे कई जोड़े गुज़रते हैं। अगर आप भी कभी इससे गुज़रे हैं तो आपको अंदाजा होगा कि ये कितना दर्दनाक और परेशानी भरा हो सकता है। आप यह सोच के परेशान होंगे की क्या कभी आपको अपनी संतान का सुख मिलेगा। लेकिन गर्भपात के कारण होने वाले भावनात्मक प्रभावों को सहना संभव है। और कई महिलाएं फिर से बच्चे को जन्म देने में सफल हो जाती हैं।
कई बार गर्भपात तब हो जाता है जब महिला को पता भी नहीं होता कि वह गर्भवती है। ज़्यादातर गर्भपात गर्भावस्था की शुरुआत में (8 सप्ताह से पहले) ही हो जाते हैं। 20 सप्ताह से पहले ही गर्भावस्था के अचानक अंत होने को गर्भपात कहते हैं। यह भ्रूण में जीन-संबंधी समस्याओं के होने के कारण होता है। कई स्वास्थ्य समस्याएं जैसे पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (PCOS) भी इसका एक कारण हो सकती हैं।
20वें सप्ताह के बाद गर्भावस्था के अंत होने को मृतजन्म (stillbirth) कहते हैं। यह इतना सामान्य नहीं है। कुछ कारण जो मृतजन्म के लिए जिम्मेदार होते हैं उनमें गर्भनाल, भ्रूण में जीन-संबंधी समस्या, भ्रूण का बुरा विकास, और संक्रमण शामिल होते हैं। ज़्यादातर मामलों में मृतजन्म का कारण पता नहीं चल पाता।
गर्भपात होने के बाद आपको गहरा सदमा लग सकता है। आप सोचेंगे की आपके साथ ही ऐसा क्यों हुआ। आपको लगेगा की आपने ऐसा क्या किया है जिसके कारण अपनी गर्भावस्था का अंत हुआ। आप अपने होश खो सकते हैं या बहुत उदास हो सकते हैं। गर्भपात के बाद यह सब भावनाएं सामान्य हैं। समय के साथ आप इस चीज़ को स्वीकार कर लेंगे और सब ठीक हो जाएगा। आप अपने बच्चे को कभी नहीं भूल पाएगे लेकिन आप इस चीज़ को छोड़ के आगे बढ़ने में सफल होंगे। इस मुश्किल समय में मदद के लिए नीचे दिए गए तरीकों का अभ्यास करें:
अपने आप को भावनात्मक रूप से ठीक करने के लिए अच्छा समय दें। इससे उभरने में आप कुछ महीनों से लेके एक साल तक लग सकता है। जब आप और आपके साथी फिर से कोशिश करने के लिए तैयार हों तो अपने डॉक्टर से मिलके यह सुनिश्चित करें कि आपका शारीरिक स्वास्थ्य ठीक है और आपका शरीर गर्भावस्था के लिए तैयार है। गर्भपात के बाद तंदरुस्त महिलाओं को फिर से गर्भधारण करने की कोशिश करने के लिए ज़्यादा इंतज़ार करने की आवश्यकता नहीं होती। आपको यह चिंता हो सकती है कि कहीं फिर से गर्भपात न हो जाए। पर यह जान लें कि ज़्यादातर महिलाएं जिन्हें गर्भपात होता है, उन्हें बाद में स्वस्थ बच्चे पैदा हो जाते हैं।