योनिक कैंसर एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है। यह 60 वर्ष या इससे अधिक उम्र की महिलाओं में ज्यादा सामान्य है। यदि आप ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) से संक्रमित हो चुकी हैं या यदि गर्भावस्था के दौरान आपकी माँ ने डाईइथाइलस्टिलबेस्ट्रोल (डीईएस) लिया था तो आपको यह होने की सम्भावना ज्यादा होती है। 1950 के समय में चिकित्सक गर्भपात से बचने के लिए डीईएस देते थे। यदि आपकी योनि, ग्रीवा या गर्भाशय में असामान्य कोशिकाएं हैं तो भी आपको यह होने का जोखिम ज्यादा होता है।
अक्सर इसका कोई शुरूआती लक्षण नहीं होता है। हालाँकि, यदि आपको इसके लक्षण दिखाई देते हैं तो अपने चिकित्सक को दिखाएं
पैप परीक्षण से ऐसी असामान्य कोशिकाओं का पता लगाया जा सकता है जो कैंसर हो सकती हैं। योनिक कैंसर शुरूआती चरणों में ठीक किया जा सकता है। उपचार में सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी शामिल हो सकते हैं।
एनआईएच: राष्ट्रीय कैंसर संस्थान